Bihar Board Class 9 History Chapter 1 Solutions – भौगोलिक खोजें
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बिहार बोर्ड की कक्षा 9 की इतिहास की पुस्तक का पहला अध्याय ‘भौगोलिक खोजें’ हमें उस रोमांचक यात्रा पर ले चलता है, जब इंसान ने पहली बार अपने परिचित परिवेश से बाहर कदम रखा और अनजाने स्थानों की खोज शुरू की। यह अध्याय हमें बताता है कि कैसे मानव ने धीरे-धीरे अपने चारों ओर के वातावरण को समझना शुरू किया और फिर साहसिक खोजों के माध्यम से दुनिया के नए कोनों को जाना। इसमें हम उन प्रसिद्ध खोजकर्ताओं की कहानियाँ जानेंगे, जिन्होंने अपने अनुभवों, साहस और जिज्ञासा से नई दिशाओं का मार्ग प्रशस्त किया। यह अध्याय न केवल भौगोलिक खोजों की जानकारी देता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि इन खोजों ने मानव सभ्यता को कैसे प्रभावित किया।

वस्तुनिष्ठ प्रश्न
प्रश्न 1. वास्कोडिगामा कहाँ का यात्री था ?
(क) स्पेन
(ख) पुर्तगाल
(ग) इंग्लैण्ड
(घ) अमेरिका
उत्तर- (ख)
प्रश्न 2. यूरोपवासियों ने दिशासूचक यंत्र का प्रयोग किनसे सीखा?
(क) भारत से
(ख) रोम से
(ग) अरबों से
(घ) चीन से
उत्तर- (ग)
प्रश्न 3. उत्तमाशा अंतरीप (Cape of good hope) की खोज किसने की?
(क) कोलम्बस
(ख) वास्कोडिगामा
(ग) मैग्लेन
(घ) डियाज बार्थोलोमियो
उत्तर- (घ)
प्रश्न 4. अमेरिका की खोज किस वर्ष की गई ?
(क) 1453
(ख) 1492
(ग) 1498
(घ) 1519
उत्तर- (ख)
प्रश्न 5. कुस्तुनतुनिया का पतन किस वर्ष हुआ?
(क) 1420
(ख) 1453
(ग) 1510
(घ) 1498
उत्तर- (ख)
प्रश्न 6. विश्व का चक्कर किस यात्री ने सर्वप्रथम लगाया ?
(क) मैग्लेन
(ख) कैप्टनं कुक
(ग) वास्कोडिगामा
(घ) मार्कोपोलो
उत्तर- (क)
Bihar Board Class 9 History Chapter 1 Solutions – भौगोलिक खोजें
सही और गलत
प्रश्न 1. भारत के मूल निवासियों को रेड इंडियन कहा जाता है।
उत्तर- गलत
प्रश्न 2. उत्तमाशा अंतरीप की खोज ने भारत तक पहुँचने का मार्ग प्रशस्त किया।
उत्तर- सही
प्रश्न 3. भारत अटलांटिक महासागर के पूर्वी तट पर स्थित है।
उत्तर- गलत
प्रश्न 4. मोर्कोपोलो ने भारत की खोज की।
उत्तर- गलत
प्रश्न 5. जेरूशलम वर्तमान ‘इजरायल’ में है।
उत्तर- सही
प्रश्न 6. लिस्बन दास-व्यापार का बहुत बड़ा केन्द्र था।
उत्तर- सही
प्रश्न 7. अमेरिगु ने नई दुनिया को विस्तार से खोजा ।
उत्तर- सही
Bihar Board Class 9 History Chapter 1 Solutions – भौगोलिक खोजें
अतिलघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1. भारत आने में किस भारतीय व्यापारी ने वास्कोडिगामा की मदद की?
उत्तर- भारत आने में अब्दुल मजीद ने वास्कोडिगामा की मदद की।
प्रश्न 2. न्यूफाउन्डलैंड का पता किसने लगाया ?
उत्तर- न्यूफाउन्डलैंड का पता सर जान और सेवास्टिन केवेट ने लगाया ।
प्रश्न 3. यूरोपियों द्वारा निर्मित तेज चलने वाले जहाज को क्या कहा जाता था?
उत्तर- यूरोपियों द्वारा निर्मित तेज चलने वाले जहाज को केरावल कहा जाता था।
प्रश्न 4. दक्षिण अफ्रिका का दक्षिणतम बिंदु कौन-सा स्थल है ?
उत्तर- दक्षिण अफ्रिका का दक्षिणतम बिन्दु उत्तमाशा अंतरीप (Cape of good hope) है।
प्रश्न 5. 11वीं-12वीं शताब्दी में ईसाई एवं मुसलमानों के बीच धर्मयुद्ध क्यों हुआ था ?
उत्तर- 11वीं-12वीं शताब्दी में जेरूशलम पर अधिकार के मुद्दे को लेकर धर्मयुद्ध हुआ था।
प्रश्न 6. 1453 में कस्तुनतुनिया पर किसने आधिपत्य जमाया ?
उत्तर- तुर्की ने।
प्रश्न 7. पुर्तगाल एवं स्पेन किस महासागर के पास अवस्थित हैं ?
उत्तर- पुर्तगाल एवं स्पेन अटलांटिक महासागर के पास अवस्थित है।
लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1. यूरोप में मध्यकाल को अंधकार का युग क्यों कहा जाता है ?
उत्तर-यूरोप में मध्यकाल को अंधकार का युग इसलिए कहा जाता है क्योंकि इस काल में ज्ञान, विज्ञान, कला और संस्कृति का विकास रुक गया था। लोगों में अंधविश्वास बढ़ गया था और चर्च का अत्यधिक प्रभाव था। शिक्षा का अभाव और सामाजिक ठहराव भी प्रमुख कारण थे।
प्रश्न 2. भौगोलिक खोजों में वैज्ञानिक उपकरणों का क्या योगदान था ?
उत्तर-भौगोलिक खोजों में वैज्ञानिक उपकरणों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। समुद्री यात्राओं में दिशा बताने वाले कम्पास, दूरी मापने वाले एस्ट्रोलैब और नौवहन मानचित्रों ने अनजान रास्तों को आसान बनाया। इन उपकरणों की मदद से खोजकर्ता नए स्थानों तक पहुँच सके और विश्व को बेहतर तरीके से जान पाए।
प्रश्न 3. भौगोलिक खोजों ने व्यापार-वाणिज्य पर किस प्रकार प्रभाव डाले?
उत्तर-भौगोलिक खोजों ने व्यापार-वाणिज्य को नई दिशा दी। नए समुद्री मार्गों की खोज से एशिया, अफ्रीका और अमेरिका तक सीधा संपर्क हुआ। मसाले, सोना, चांदी और अन्य वस्तुओं का आदान-प्रदान बढ़ा। यूरोपीय देशों का व्यापारिक वर्चस्व स्थापित हुआ और वैश्विक व्यापार प्रणाली की नींव रखी गई।
प्रश्न 4. भौगोलिक खोजों ने किस प्रकार भ्रांतियों को तोड़ा?
उत्तर-भौगोलिक खोजों ने अनेक भ्रांतियों को तोड़ा। पहले लोग पृथ्वी को समतल मानते थे, लेकिन समुद्री यात्राओं से सिद्ध हुआ कि पृथ्वी गोल है। नए महाद्वीपों की खोज ने यह साबित किया कि दुनिया विशाल और विविधतापूर्ण है। इन खोजों ने धार्मिक और सांस्कृतिक भ्रमों को भी चुनौती दी।
प्रश्न 5. भौगोलिक खोजों ने किस प्रकार विश्व के मानचित्र में परिवर्तन लाया?
उत्तर-भौगोलिक खोजों ने विश्व के मानचित्र को पूरी तरह बदल दिया। नए महाद्वीपों, समुद्री मार्गों और द्वीपों की खोज से अज्ञात क्षेत्र ज्ञात हो गए। विश्व का आकार, विस्तार और भूगोल समझने में सहायता मिली। मानचित्र अधिक सटीक, विस्तृत और वैज्ञानिक दृष्टिकोण से परिपूर्ण हुए।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1. भौगोलिक खोजों का क्या तात्पर्य है ? इसने किस प्रकार विश्व की दूरियाँ घटाईं ?
उत्तर-भौगोलिक खोजों का तात्पर्य उन यात्राओं और अन्वेषणों से है, जिनके माध्यम से अज्ञात भूमि, समुद्री मार्ग और नए महाद्वीपों की खोज की गई। पंद्रहवीं से सत्रहवीं शताब्दी के बीच यूरोपीय देशों ने समुद्री यात्राओं के जरिए नए भूभागों की खोज की, जिनमें भारत, अमेरिका, अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया प्रमुख हैं।
इन खोजों ने विश्व की भौगोलिक सीमाओं को विस्तारित किया और देशों के बीच दूरी को कम कर दिया। पहले जो स्थान वर्षों की यात्रा से पहुँचने योग्य थे, वे अब समुद्री मार्गों के माध्यम से आसानी से सुलभ हो गए। इससे विभिन्न सभ्यताओं, संस्कृतियों और व्यापारिक समुदायों के बीच संपर्क बढ़ा। व्यापार, ज्ञान, विज्ञान और विचारों का आदान-प्रदान तेज हुआ। इन खोजों ने न केवल दुनिया को भौगोलिक रूप से जोड़ा, बल्कि लोगों की सोच, दृष्टिकोण और संबंधों में भी गहरा परिवर्तन लाया। इस प्रकार, भौगोलिक खोजों ने वास्तव में विश्व को “एक वैश्विक गांव” में बदलने की नींव रखी।
प्रश्न 2. भौगोलिक खोजों के कारणों की व्याख्या करें। उत्तर-भौगोलिक खोजों के निम्नलिखित कारण थे-
उत्तर-भौगोलिक खोजों के अनेक कारण थे, जिन्होंने यूरोपीय देशों को नए मार्गों और क्षेत्रों की खोज के लिए प्रेरित किया।
1. व्यापारिक लालसा: यूरोपीय देशों को भारत और पूर्वी देशों के मसाले, रत्न, रेशम और अन्य बहुमूल्य वस्तुओं की अत्यधिक आवश्यकता थी। थल मार्ग कठिन और महंगा था, इसलिए समुद्री मार्ग की खोज जरूरी हो गई।
2. धार्मिक भावना: ईसाई धर्म प्रचारकों की यह इच्छा थी कि वे नए क्षेत्रों में ईसाई धर्म का प्रचार करें और लोगों को धर्मांतरण के लिए प्रेरित करें।
3. प्रसिद्धि और गौरव: राजा-महाराजाओं और नाविकों में नई भूमि खोजने की होड़ लगी थी ताकि वे अपने देश का नाम रोशन कर सकें।
4. वैज्ञानिक विकास: कम्पास, दूरबीन, एस्ट्रोलैब जैसे वैज्ञानिक उपकरणों ने लंबी यात्राओं को संभव और सुरक्षित बनाया।
5. राजनीतिक प्रतिस्पर्धा: यूरोपीय देशों में आपसी प्रतिस्पर्धा थी कि कौन अधिक क्षेत्रों पर अधिकार करेगा।
इन कारणों ने मिलकर भौगोलिक खोजों की भूमि तैयार की।
प्रश्न 3. नये अन्वेषित भूभागों को विश्व के मानचित्र पर अंकित करें औरयह बतादें कि भौगोलिक खोजों से पूर्व आप यदि यूरोप में होते तो भारत से किस-प्रकार व्यापार करते?
उत्तर-भौगोलिक खोजों से पहले विश्व के मानचित्र पर कई भूभाग अज्ञात थे। लेकिन इन खोजों के बाद अमेरिका, अफ्रीका के तटीय क्षेत्र, ऑस्ट्रेलिया, भारत और दक्षिण-पूर्व एशिया जैसे अनेक नए भूभाग विश्व मानचित्र पर स्पष्ट रूप से अंकित किए गए। इससे विश्व का आकार और भूगोल समझना आसान हो गया।
यदि मैं भौगोलिक खोजों से पूर्व यूरोप में होता, तो भारत से व्यापार करना एक कठिन और लंबी प्रक्रिया होती। उस समय थल मार्ग, विशेष रूप से “सिल्क रूट” और “स्पाइस रूट” के माध्यम से व्यापार होता था। इस मार्ग में व्यापारी मध्य एशिया, फारस और अरब देशों से होकर गुजरते थे। रास्ते में लुटेरे, प्राकृतिक बाधाएं और ऊँचे कर व्यापार को जोखिमभरा बनाते थे। समुद्री मार्ग की अनुपस्थिति के कारण समय और खर्च अधिक लगता था। इसलिए भौगोलिक खोजों के बाद समुद्री मार्गों का खुलना व्यापार के लिए क्रांतिकारी साबित हुआ।
प्रश्न 4. अंधकार युग से क्या समझते हैं ? अंधकार युग से बाहर आने में भौगोलिक खोजों ने किस प्रकार मदद की ?
उत्तर-अंधकार युग से आशय यूरोप के उस ऐतिहासिक काल से है, जो लगभग पाँचवीं से पंद्रहवीं शताब्दी तक चला। इस समय ज्ञान, विज्ञान, कला और संस्कृति का विकास ठप हो गया था। धार्मिक कट्टरता, अंधविश्वास और चर्च का प्रभाव अत्यधिक बढ़ गया था। शिक्षा सीमित थी और लोगों की सोच संकीर्ण हो गई थी। यह युग बौद्धिक और सामाजिक ठहराव का प्रतीक माना जाता है।
भौगोलिक खोजों ने यूरोप को इस अंधकार युग से बाहर निकालने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई। नए भूभागों की खोज ने लोगों को यह अनुभव कराया कि दुनिया विशाल, विविध और अज्ञात संभावनाओं से भरी है। इससे लोगों की सोच में व्यापकता आई और वे ज्ञान, विज्ञान और तर्क की ओर लौटे। व्यापार, सांस्कृतिक आदान-प्रदान और वैज्ञानिक उपकरणों का उपयोग बढ़ा। इन खोजों ने पुनर्जागरण और आधुनिक युग के लिए मार्ग प्रशस्त किया, जिससे यूरोप फिर से ज्ञान की रोशनी में आया।
प्रश्न 5. भौगोलिक खोजों के परिणामों का वर्णन करें। इसने विश्व पर क्या प्रभाव डाला?
उत्तर-भौगोलिक खोजों के परिणाम दूरगामी और विश्वव्यापी थे। इन खोजों ने न केवल नए महाद्वीपों, समुद्री मार्गों और द्वीपों की खोज को संभव बनाया, बल्कि विश्व के राजनीतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक ढांचे में भी बड़ा परिवर्तन लाया।
सबसे बड़ा प्रभाव यह हुआ कि यूरोपीय देशों ने एशिया, अफ्रीका और अमेरिका में उपनिवेश स्थापित कर लिए। इससे वैश्विक व्यापार को बढ़ावा मिला और विश्व पहले से कहीं अधिक जुड़ा हुआ नजर आने लगा। मसाले, सोना, चांदी, दास व्यापार और नई फसलों का आदान-प्रदान शुरू हुआ, जिसे ‘कोलंबियन विनिमय’ भी कहा जाता है।
सांस्कृतिक दृष्टि से विभिन्न सभ्यताओं का संपर्क बढ़ा, लेकिन साथ ही उपनिवेशवाद, शोषण और स्थानीय संस्कृतियों का पतन भी हुआ।
शैक्षिक और वैज्ञानिक दृष्टि से भी सोच में बदलाव आया। लोगों में जिज्ञासा और नए ज्ञान की तलाश बढ़ी। इस प्रकार, भौगोलिक खोजों ने विश्व को एक नए युग में प्रवेश कराया।