Bihar Board Class 10 History Chapter 7 Solutions – व्यापार और भूमंडलीकरण

Bihar Board Class 10 History Chapter 7 Solutions – व्यापार और भूमंडलीकरण

बिहार बोर्ड कक्षा 10 के इतिहास का सातवां अध्याय “व्यापार और भूमंडलीकरण” विश्व अर्थव्यवस्था के विकास और उसके व्यापक प्रभावों पर आधारित है। इस अध्याय में आप जानेंगे कि 16वीं से 20वीं शताब्दी के बीच अंतरराष्ट्रीय व्यापार ने किस प्रकार दुनिया के विभिन्न हिस्सों को आपस में जोड़ा और भूमंडलीकरण की आधारशिला रखी। इसमें समुद्री मार्गों की खोज, उपनिवेशवादी व्यापार, औद्योगिक क्रांति के प्रभाव, और आधुनिक वैश्विक अर्थव्यवस्था के उद्भव को विस्तार से समझाया गया है।

Bihar Board Class 10 History Chapter 7 Solutions – व्यापार और भूमंडलीकरण

प्रश्न 1. प्राचीन काल में किस स्थल मार्ग से एशिया और यूरोप का व्यापार होता था ?

(क) सूती मार्ग
(ख) रेशम मार्ग
(ग) उत्तरा पथ
(घ) दक्षिण पथ

उत्तर- (ख)

प्रश्न 2. पहला विश्व बाजार के रूप में कौन-सा शहर उभर कर आया ?

(क) अलेक्जेन्ड्रिया
(ख) दिलमून
(ग) मैनचेस्टर
(घ) बहरीन

उत्तर- (क)

प्रश्न 3. आधुनिक युग में अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में होने वाली सबसे बड़ी क्रांति कौन सी थी?

(क) वाणिज्यिक क्रान्ति
(ख) औद्योगिक क्रान्ति
(ग) साम्यवादी क्रान्ति
(घ) भौगोलिक खोज

उत्तर- (ख)

प्रश्न 4. “गिरमिटिया मजदूर’ बिहार के किस क्षेत्र से भेजे जाते थे?

(क) पूर्वी क्षेत्र
(ख) पश्चिमी क्षेत्र
(ग) उत्तरी क्षेत्र
(घ) दक्षिणी क्षेत्र

उत्तर- (ख)

प्रश्न 5. विश्व बाजार का विस्तार आधुनिक काल में किस समय से आरंभ हुआ?

(क) 15वीं शताब्दी
(ख)-18वीं शताब्दी
(ग) 19वीं शताब्दी
(घ) 20वीं शताब्दी

उत्तर- (ख)

प्रश्न 6. विश्वव्यापी आर्थिक संकट किस वर्ष आरंभ हुआ था?

(क) 1914
(ख) 1922
(ग) 1929
(घ) 1927

उत्तर- (ग)

प्रश्न 7. आर्थिक संकट (मंदी) के कारण यूरोप में कौन सी नई शासन प्रणाली का उदय हुआ?

(क) साम्यवादी शासन प्रणाली
(ख) लोकतांत्रिक शासन प्रणाली
(ग) फासीवादी-नाजीवादी शासन प्रणाली
(घ) पूँजीवादी शासन प्रणाली

उत्तर- (ग)

प्रश्न 8. ब्रेटन दुइस सम्मेलन किम वर्ष हुआ?

(क) 1945
(ख) 1947
(ग) 1944
(घ) 1952

उत्तर- (ग)

प्रश्न 9. भूमंडलीकरण की शुरूआत किस दशक में हुआ?

(क) 1990 के दशक में
(ख) 1970 के दशक में
(ग) 1960 के दशक में
(घ) 1980 के दशक में

उत्तर- (क)

प्रश्न 10. द्वितीय महायुद्ध के बाद यूरोप में कौन सी संस्था का उदय आर्थिक दुष्प्रभावों को समाप्त करने के लिए हुआ?

(क) सार्क
(ख) नाटो
(ग) ओपेक
(घ) यूरोपीय संघ

उत्तर- (घ)

1. अलेक्जेंड्रिया नामक पहला विश्व बाजार यूनानी सम्राट सिकन्दर के द्वारा स्थापित किया गया।
2. विश्वव्यापी आर्थिक संकट यूरोपीय देश से आरंभ हुआ।
3. ब्रेटन वुड्स नामक सम्मेलन के द्वारा विश्व बैंक और अन्तर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष की स्थापना हुई।
4. आर्थिक संकट से विश्व स्तर पर बेरोजगारी नामक एक बड़ी सामाजिक समस्या उदित हुई ?
5. जॉन विलियम्स ने 1990 के बाद भूमंडलीकरण की प्रक्रिया को काफी तीव्र कर दिया ?

उत्तर-

(i) औद्योगिक क्रांति(ख) इंगलैंड
(ii) हिटलर का उदय(क) जर्मनी
(iii) विश्व आर्थिक मंदी(घ) 1929
(iv) विश्व बैंक की स्थापना(ग) 1944
(v) भूमंडलीकरण की शुरूआत(च) 1990 के बाद
(vi) विश्व बाजार की शुरूआत(ङ) प्राचीन काल

प्रश्न 1. विश्व बाजार किसे कहते हैं ?

उत्तर: विश्व बाजार वह प्रणाली है जहाँ विभिन्न देशों के बीच वस्तुओं, सेवाओं और पूंजी का आदान-प्रदान बिना बड़ी बाधाओं के होता है।

प्रश्न 2. औद्योगिक क्रान्ति क्या है?

उत्तर: औद्योगिक क्रांति उत्पादन तकनीकों में व्यापक बदलाव की प्रक्रिया थी, जिसमें मशीनों का उपयोग बढ़ा, उद्योग विकसित हुए और आर्थिक व सामाजिक परिवर्तन हुए।

प्रश्न 3: आर्थिक संकट से आप क्या समझते हैं?

उत्तर: आर्थिक संकट ऐसी स्थिति है जब देश की अर्थव्यवस्था कमजोर हो जाती है, उत्पादन घटता है, बेरोजगारी बढ़ती है और जीवन स्तर प्रभावित होता है।

प्रश्न 4. भूमंडलीकरण किसे कहते हैं ?

उत्तर: भूमंडलीकरण वह प्रक्रिया है जिसमें दुनिया के देश आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक और तकनीकी रूप से आपस में गहराई से जुड़ते हैं।

प्रश्न 5: ब्रिटेन वुड्स सम्मेलन का उद्देश्य क्या था?

उत्तर: ब्रिटेन वुड्स सम्मेलन (1944) का उद्देश्य युद्ध के बाद वैश्विक आर्थिक स्थिरता स्थापित करना, व्यापार बढ़ाना और नए अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थानों की स्थापना करना था।

प्रश्न 6. बहुराष्ट्रीय कंपनी क्या है ?

उत्तर: बहुराष्ट्रीय कंपनी वह व्यापारिक संस्था होती है जो अपने मूल देश के अलावा अन्य देशों में उत्पादन, व्यापार या सेवाओं का संचालन करती है और वैश्विक स्तर पर कार्य करती है।

प्रश्न 1. 1929 के आर्थिक संकट के कारणों को संक्षेप में स्पष्ट करें।

उत्तर:-1929 का आर्थिक संकट अमेरिका में शेयर बाजार के अचानक गिरने से शुरू हुआ। अति उत्पादन, घटती मांग, बैंकिंग प्रणाली की कमजोरी, और अत्यधिक सट्टेबाज़ी इसके मुख्य कारण थे। निवेशकों का विश्वास डगमगा गया, जिससे अर्थव्यवस्था में मंदी आ गई। इस संकट ने वैश्विक आर्थिक असंतुलन को भी बढ़ावा दिया।

प्रश्न 2. औद्योगिक क्रान्ति ने किस प्रकार विश्व बाजार के स्वरूप को विस्तत किया ?

उत्तर:-औद्योगिक क्रान्ति ने उत्पादन की गति और मात्रा को बढ़ाया, जिससे बड़े पैमाने पर वस्तुएं निर्मित होने लगीं। मशीनों के उपयोग से उत्पादन सस्ता हुआ और व्यापार में तेजी आई। इससे नए बाजारों की खोज हुई और उपनिवेशों में निर्यात बढ़ा। परिणामस्वरूप विश्व बाजार का विस्तार हुआ और वैश्विक व्यापार को नई दिशा मिली।

प्रश्न 3. विश्व बाजार के स्वरूप को समझावें।

उत्तर:-विश्व बाजार एक ऐसी प्रणाली है जहाँ विभिन्न देशों के बीच वस्तुओं, सेवाओं, पूंजी और जानकारी का लेन-देन होता है। यह अंतरराष्ट्रीय व्यापार को बढ़ावा देता है और वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं को जोड़ता है। एक देश की मांग और आपूर्ति का असर पूरे विश्व पर पड़ता है। तकनीक और परिवहन के विकास ने इसे और अधिक सुलभ व गतिशील बना दिया है।

प्रश्न 4. भूमंडलीकरण में बहुराष्ट्रीय कम्पनियों के योगदान (भूमिका) को स्पष्ट करें।

उत्तर:-भूमंडलीकरण में बहुराष्ट्रीय कंपनियों की भूमिका महत्वपूर्ण रही है। उन्होंने विभिन्न देशों में निवेश कर औद्योगिक विकास को गति दी। इन कंपनियों ने नई तकनीक, पूंजी और प्रबंधन के आधुनिक तरीकों को वैश्विक स्तर पर फैलाया। इसके साथ ही उन्होंने रोजगार के अवसर बढ़ाए और उपभोक्ताओं को अधिक विकल्प दिए। इस प्रकार, उन्होंने वैश्विक बाजार को जोड़ने में अहम योगदान दिया।


प्रश्न 5. 1950 के बाद विश्व अर्थव्यवस्था के पुनर्निमाण के लिए किए जाने वाले प्रयासो का उल्लेख करें।

उत्तर:-1950 के बाद विश्व अर्थव्यवस्था के पुनर्निर्माण के लिए कई प्रयास किए गए। विश्व बैंक और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की स्थापना हुई ताकि वित्तीय सहायता मिल सके। मार्शल योजना के तहत यूरोपीय देशों को पुनर्निर्माण में मदद दी गई। व्यापार को बढ़ावा देने के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग बढ़ा और नई आर्थिक नीतियाँ अपनाई गईं, जिससे वैश्विक अर्थव्यवस्था धीरे-धीरे सशक्त हुई।

प्रश्न 6. विश्व बाजार के लाभ-हानि पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखें।

उत्तर:-विश्व बाजार के कई लाभ हैं, जैसे वैश्विक व्यापार में वृद्धि, तकनीकी ज्ञान का आदान-प्रदान, रोजगार के नए अवसर और उपभोक्ताओं को अधिक विकल्प मिलना। परंतु इसकी कुछ हानियाँ भी हैं, जैसे स्थानीय उद्योगों पर दबाव, सांस्कृतिक प्रभाव, आर्थिक असमानता और विकासशील देशों की निर्भरता बढ़ना। इसलिए विश्व बाजार का प्रभाव संतुलित और समझदारी से स्वीकार करना आवश्यक है।


प्रश्न 1. 929 के आर्थिक संकट के कारण और परिणामों को स्पष्ट करें।

उत्तर:-1929 का आर्थिक संकट, जिसे महामंदी कहा जाता है, विश्व इतिहास की सबसे गंभीर आर्थिक गिरावट थी। इसका प्रारंभ अमेरिका के शेयर बाजार के पतन से हुआ, जब 24 अक्टूबर 1929 को “ब्लैक थर्सडे” के दिन अचानक शेयरों की कीमतें गिर गईं। इस संकट के प्रमुख कारणों में अति उत्पादन, सट्टेबाज़ी में बढ़ोतरी, बैंकिंग प्रणाली की कमजोरियाँ और आर्थिक असंतुलन शामिल थे। किसानों और उद्योगों को उनके उत्पाद का उचित मूल्य नहीं मिल पाया, जिससे उत्पादन घटा और बेरोजगारी बढ़ी।

इस संकट के परिणामस्वरूप अमेरिका समेत अनेक देशों की अर्थव्यवस्थाएं प्रभावित हुईं। लाखों लोग बेरोजगार हो गए, व्यापार बंद हुए और लोगों की जीवन-शैली में भारी गिरावट आई। अंतरराष्ट्रीय व्यापार में भी गिरावट आई, जिससे वैश्विक आर्थिक अस्थिरता फैली। इस संकट ने सरकारों को यह सिखाया कि बाजार को पूरी तरह स्वतंत्र छोड़ना घातक हो सकता है, और अर्थव्यवस्था में राज्य की भूमिका महत्वपूर्ण होती है।

प्रश्न 2. 1945 से 1960 के बीच विश्वस्तर पर विकसित होने वाले आर्थिक संबंधों पर । प्रकाश डालें।

उत्तर:-1945 से 1960 के बीच विश्व स्तर पर आर्थिक संबंधों में महत्वपूर्ण परिवर्तन हुए। द्वितीय विश्व युद्ध के बाद वैश्विक अर्थव्यवस्था को पुनः स्थिर करने के लिए अनेक प्रयास किए गए। अमेरिका ने मार्शल योजना के माध्यम से यूरोपीय देशों को आर्थिक सहायता दी, जिससे वहां पुनर्निर्माण और औद्योगिक विकास संभव हुआ। इसी अवधि में विश्व बैंक और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) जैसी संस्थाओं की स्थापना हुई, जिनका उद्देश्य वैश्विक आर्थिक सहयोग और वित्तीय स्थिरता सुनिश्चित करना था।

इस समय काल में अंतरराष्ट्रीय व्यापार को बढ़ावा देने के लिए देशों के बीच आर्थिक समझौते हुए। उपनिवेशवाद के पतन और नए स्वतंत्र राष्ट्रों के उभरने से वैश्विक व्यापार संरचना में भी बदलाव आया। विकसित देशों और विकासशील देशों के बीच नए आर्थिक रिश्ते बने। तकनीकी प्रगति और परिवहन के विकास ने भी देशों के बीच व्यापार और संपर्क को सुलभ बनाया। इस प्रकार, 1945 से 1960 के बीच वैश्विक आर्थिक संबंध अधिक संगठित और व्यापक बने।

प्रश्न 3. भूमंडलीकरण के कारण आमलोगों के जीवन में आने वाले परिवर्तनों को स्पष्ट करें।

उत्तर:-भूमंडलीकरण ने आम लोगों के जीवन में अनेक महत्वपूर्ण परिवर्तन लाए हैं। सबसे बड़ा परिवर्तन उपभोक्ता जीवनशैली में देखा गया, जहाँ लोगों को अब विभिन्न देशों की वस्तुएं और सेवाएं सुलभ रूप से मिलने लगीं। मोबाइल, इंटरनेट, विदेशी वस्त्र, भोजन और इलेक्ट्रॉनिक सामान आम जीवन का हिस्सा बन गए हैं। इसके साथ ही रोजगार के नए अवसर भी उत्पन्न हुए, विशेष रूप से निजी और बहुराष्ट्रीय कंपनियों में।

शिक्षा, स्वास्थ्य और तकनीकी सेवाओं तक लोगों की पहुँच बढ़ी है, जिससे जीवन स्तर में सुधार हुआ। वहीं दूसरी ओर, स्थानीय उद्योगों पर विदेशी कंपनियों का दबाव बढ़ा, जिससे परंपरागत रोजगार के साधन कमजोर हुए। सांस्कृतिक क्षेत्र में भी बदलाव आया, जैसे विदेशी संस्कृति, भाषा और जीवनशैली का प्रभाव बढ़ा।

भूमंडलीकरण ने एक ओर सुविधाएं और विकल्प बढ़ाए, तो दूसरी ओर सामाजिक असमानता और प्रतिस्पर्धा भी बढ़ाई। इसलिए इसके प्रभाव को संतुलित रूप से समझना और अपनाना आवश्यक है।

प्रश्न 4. 1919 से 1945 के बीच विकसित होने वाले राजनैतिक और आर्थिक सम्बन्धों पर । टिप्पणी लिखें।

उत्तर:-1919 से 1945 के बीच का समय विश्व के राजनीतिक और आर्थिक संबंधों के लिए अत्यंत परिवर्तनकारी रहा। प्रथम विश्व युद्ध के बाद 1919 में वर्साय संधि हुई, जिसने जर्मनी पर कठोर प्रतिबंध लगाए। इससे यूरोप में असंतोष और अस्थिरता बढ़ी। इसी दौरान लीग ऑफ नेशन्स की स्थापना हुई, जिसका उद्देश्य विश्व शांति बनाए रखना था, लेकिन यह प्रभावी सिद्ध नहीं हो पाया।

आर्थिक दृष्टि से 1929 का महामंदी काल इस समय का सबसे बड़ा संकट था। अमेरिका से शुरू हुआ यह संकट पूरी दुनिया में फैल गया और अंतरराष्ट्रीय व्यापार व आर्थिक सहयोग बुरी तरह प्रभावित हुआ। बेरोजगारी और गरीबी बढ़ी, जिससे राजनीतिक असंतोष फैला। इसी पृष्ठभूमि में फासीवाद और नाज़ीवाद जैसी विचारधाराओं का उदय हुआ, जिसने द्वितीय विश्व युद्ध का मार्ग प्रशस्त किया।

इस अवधि में राजनीतिक अस्थिरता और आर्थिक संकट ने राष्ट्रों के बीच अविश्वास को बढ़ाया, जिससे वैश्विक शांति और सहयोग की संभावनाएं कमजोर पड़ीं।



Chapter Solutions

Chapter 1 Solutionsयूरोप में राष्ट्रवाद
Chapter 2 Solutionsसमाजवाद एवं साम्यवाद
Chapter 3 Solutionsहिन्द-चीन में राष्ट्रवादी आंदोलन
Chapter 4 Solutionsभारत में राष्ट्रवाद
Chapter 5 Solutionsअर्थव्यवस्था और आजीविका
Chapter 6 Solutionsशहरीकरण एवं शहरी जीवन
Chapter 7 Solutionsव्यापार और भूमंडलीकरण
Chapter 8 Solutionsप्रेस एवं सस्कृतिक राष्ट्रवाद

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